विशद कुमार बता रहे हैं झारखंड और ओडिशा के सीमावर्ती जिलों में रहने वाली सबर आदिम जनजाति के बारे में। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में इस जनजाति की आबादी मात्र 9,898 रह गई थी। उनके मुताबिक यह स्थिति राज्य सरकार की इस जनजाति के प्रति उपेक्षा का नतीजा है