जिग्नेश को असम में उन लोगों का समर्थन मिल रहा है जो कि कमजोर वर्ग के लिए लड़ने वाले संगठन माने जाते हैं। असम में सीपीएम के विधायक को जिग्नेश से जेल में मिलने के लिए धरना देना पड़ा था। वहीं, राजधानी दिल्ली में अभी तक कोई संगठित विरोध नहीं हुआ है, जबकि आमतौर पर इस तरह की घटनाओं के खिलाफ सामाजिक-राजनीतिक संगठन अपना विरोध प्रगट करने में सक्रिय रहे हैं। बता रहे हैं अनिल चमड़िया
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विभागवार आरक्षण के विरोध में 31 जनवरी को दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन में समाजवादी पाटी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल शामिल रहे। साथ ही भीम आर्मी के अलावा विभिन्न दलों के छात्र संगठनों ने आवाज बुलंद की