कंवल भारती, भंवर मेघवंशी, प्रो. अर्जुन पटेल, अनिता भारती और संदीप मील आदि दलित-बहुजन लेखक व विचारक लॉकडाउन की अवधि का उपयोग बौद्धिक पूंजी के निर्माण में कर रहे हैं। उनके मुताबिक, लॉकाडाउन को एक अवसर के रूप में लिया जाना चाहिए। नवल किशोर कुमार की रिपोर्ट