वरिष्ठ बहुजन चिंतक कंवल भारती प्रसिद्ध इतिहासकार व समाजशास्त्री रहे काशीप्रसाद जायसवाल के विचारों, तथ्यों व तर्कों का मौजूदा संदर्भ में पुनर्पाठ कर रहे हैं। पढ़ें इस आलेख शृंखला का दूसरा भाग
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