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केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के लिए डोमिसाइल नीति का एलान किया गया है। राज्य से पूर्व सांसद शेख अब्दुल रहमान बताते हैं कि हिंदू-मुसलमान सभी इसका विरोध कर रहे हैं। इस नीति से जम्मू-कश्मीर में रहने वाले हर वाशिंदे को नुकसान होगा। फारवर्ड प्रेस के हिंदी संपादक नवल किशोर कुमार से विशेष बातचीत
Gandhian intellectuals and organizations share their concerns about the situation in Kashmir. They say that a government brimming with majoritarian pride has pushed the country down a blind alley
महात्मा गांधी के विचारों पर चलने वाले प्रमुख संगठनों व बुद्धिजीवियों ने कश्मीर के मुद्दे पर अपनी चिंताएं देश के सामने रखी हैं। उनका कहना है कि बहुमत के गुमान में डूबी सरकार ने भारत को एक ऐसी अंधी सुरंग में डाल दिया है, जिससे निकलना संभव नहीं होगा
These news channels continue to present the Kashmir issue with a claim that they themselves are “free” and “independent” but largely, the army and the governments write their scripts
ये न्यूज़ चैनल कश्मीर मुद्दे का प्रस्तुतीकरण इस दावे के साथ कर रहे हैं कि वे ‘स्वतंत्र’और ‘मुक्त’ हैं परन्तु सच यह है कि उनके आलेख सरकार और सेना लिखती है
Even decades after Independence, OBCs, SCs and STs don’t have their Constitutional rights because they continue to fund upper-caste Hindu and upper-caste Muslim leaders and vote them to power
अगर स्वाधीनता के दशकों बाद भी ओबीसी, अनुसूचित जातियों व जनजातियों को उनके संवैधानिक अधिकार प्राप्त नहीं हैं तो इसका कारण यह है कि वे ऊँची जातियों के हिन्दुओं व ऊँची जातियों के मुसलमानों को अपना मत और अपना धन, दोनों, देते आ रहे हैं
There is a need to deepen and widen the discourse on social justice. Digging deeper will find us rubbing up against the inconvenient truth that the Indian worldview – especially Brahmanic – does not set high value on equality and social justice
आवश्यकता इस बात की है कि सामाजिक न्याय के विमर्श को अधिक व्यापक और गहरा बनाया जाए। जब हम ऐसा करेंगे तो हमारा इस कटु सत्य से सामना होगा कि भारतीय -विशेषकर ब्राह्मणवादी-विश्वदृष्टि समानता और सामाजिक न्याय को बहुत महत्व नहीं देती
Before you accept a news story or a theory as the truth, see if it is logical, find out who it came from and look for motives
विचार को एक सूचना के रूप में प्रस्तुत करने की कला का प्रशिक्षण, संप्रेषण करने वालों को दिया जाता है। आधुनिक विधाओं में पत्रकारिता भी विचार, व्याख्या या किसी मत को सूचना के तौर पर प्रस्तुत करती है। पत्रकारों को उसी तरह से प्रशिक्षित भी किया जाता है