कितना भयावह और क्रूर समय है यह, जब शासन सत्ता यह साबित कर रही है कि हाथरस गैंगरेप पीडिता की जीभ नहीं काटी गई, वह तो गला दबाने की वजह से बाहर निकल गई और पीडिता के दांतों से ही कट गई। मतलब किसी ने जीभ नहीं काटी, वह तो अपने आप ही कट गई। ठीक इसी तरह से बाबरी मस्जिद किसी ने गिराई नहीं, स्वत: ही गिर गई। भंवर मेघवंशी की प्रतिक्रिया