लेखक संजीव चंदन बता रहे हैं कि केरल उच्च न्यायालय के ब्राह्मण जज वी. चितम्बरोश द्वारा ब्राह्मणों को श्रेष्ठ बताया जाना सरासर झूठ है। ब्राह्मण न केवल प्रारंभ से ही हिंसक, आक्रामक, कर्मकांडी व परजीवी बल्कि मांसाहारी भी रहे हैं। मार्कंडेय पुराण में ब्राह्मणों द्वारा गो-मांस खाये जाने का उल्लेख भी है