इस बार पढ़ें मध्य प्रदेश में ओबीसी से जुड़ी दो खबरें तथा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा केंद्र पर रूस-यूक्रेन की राजनीति करने का आराेप व बिहार में सियासी पारे की कहानी
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बीते 2 मई, 2022 को मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस घटना के पीछे आरएसएस के संगठनों बजरंग दल और श्रीराम सेना के सदस्यों का हाथ बताया जा रहा है। इस संबंध में जानकारी दे रहे हैं मनीष भट्ट मनु
गोंड समाज से जुड़े लोगों का मानना है कि भोपाल का नाम गोंड राजा जिन्हें भूपाल सिंह सल्लाम के नाम पर पड़ा है। वे आरोप लगाते हैं कि गोंड राज की यादें मिटाकर प्रदेश की भाजपा सरकार समाज के लोगों को उनके गौरवशाली इतिहास से वंचित रखना चाहती है। बता रहे हैं मनीष भट्ट मनु
गत 3 फरवरी, 2022 को मिली पांच पृष्ठों की जानकारी बेहद हैरान करने वाली है। इसके अनुसार देश में आदिवासियों की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य में उनसे जुड़े एक महत्वपूर्ण नियम को लागू करने से पहले आम नागरिकों से सुझाव एवं आपत्तियां आमंत्रित नहीं की गईं। यही नहीं, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ भी इस बारे में चर्चा किया जाना तक आवश्यक नहीं समझा गया। बता रहे हैं मनीष भट्ट मनु
The five-page reply to an RTI query, received on 3 February 2022, makes for shocking reading: The state with the largest Adivasi population did not invite suggestions and objections from the public before deciding on an important measure related to the Adivasis. That is not all. The government did not deem it necessary to discuss the matter with the elected representatives, writes Manish Bhatt Manu
बीते दिनों सूबे में दो घटनाओं ने सभी को हैरत में डाल दिया। भोपाल में एक महिला प्रोफेसर ने अल्पसंख्यक समुदाय के फल विक्रेता के साथ दुर्व्यवहार किया। वहीं इंदौर में एक चिकित्सक द्वारा सब्जी बेचने वाले मां-बेटे को पिटवाया गया। बता रहे हैं मनीष भट्ट मनु
मामले की गंभीरता आकलन ऐसे भी किया जा सकता है कि खुद मुख्यमंत्री को ओबीसी आरक्षण को बरकरार रखने सदन में संकल्प लाना पड़ा। और वे इतने पर नहीं रूके। उन्होंने खुद विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया कि ओबीसी के आरक्षण के बगैर त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव नहीं कराए जाएंगे। मनीष भट्ट मनु की रपट
मध्यप्रदेश एससी-एसटी एक्ट विरोधी सवर्णों का केंद्र बनता जा रहा है। कांग्रेस और भाजपा के सवर्ण नेता एससी-एसटी एक्ट विरोधियों के आंदोलन को भीतर से पुरजोर समर्थन दे रहे हैं। आखिरकार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इनके सामने झुक गये और एससी-एसटी एक्ट में बदलाव का बयान दे डाला। फॉरवर्ड प्रेस का विश्लेषण :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics