डॉ. आंबेडकर ब्राह्मणों द्वारा प्रायोजित हिंदू धर्मशास्त्रों की पवित्रता का तर्कों खारिज करते हैं। अगर हमें प्रबुद्ध भारत बनाना है तो उनके द्वारा परिकल्पित लोकतांत्रिक भारत बनाना होगा, जिसमें समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय हो। फारवर्ड प्रेस द्वारा आयोजित वेबिनार में डॉ. अलख निरंजन का संबोधन