चुनावी वर्ष में कोरोना काल के दौरान उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा प्रति परिवार पांच-पांच किलो राशन उपलब्ध कराने का दावा किया गया। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के अन्य नेतागण इसी नाम पर आम जनता से वोट मांग रहे हैं। सवाल है कि यह कितना नैतिक है? पढ़ें, सुशील मानव की यह रपट