छत्तीसगढ़ के ब्राह्मण समाज के लोगों ने भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके लिए वे उनके पिता नंदकुमार बघेल को माध्यम बना रहे हैं। उनका कहना है कि नंदकुमार बघेल के विचारों से उनका ब्राह्मणवाद छलनी हो रहा है। बता रहे हैं गोल्डी एम. जॉर्ज
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केरल के एक उच्च जातीय परिवार में जन्मे पी. एस. कृष्णन ने बतौर आईएएस अधिकारी दलित-बहुजनों के लिए काम किया। उन्होंने यह साबित किया कि नौकरी में रहते हुए वंचित जनता के पक्ष में सरकारी नीतियों का निर्माण व उनका अनुपालन कैसे कराया जा सकता है। बीते 10 नवंबर 2019 को दिल्ली में उनका निधन हो गया
Born into an upper-caste family in Kerala, P.S. Krishnan worked for upliftment of the Dalitbahujans during his time in the IAS. He proved that even a civil servant could play a significant role in the formulation and implementation of government policies for the wellbeing of the deprived. He passed away in Delhi on 10 November 2019
In Santhebennur town, in Karnataka’s Davanagere district, men of the Uppara caste carried out a string of violent attacks on the Dalit community after they found Dalit boys swimming in the Bhadra river. Poet Huchangi Prasad was one of the victims
सामाजिक दृष्टि से अगड़ी जातियों और उच्च पिछड़ों के द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम का विरोध करने के नकारात्मक परिणाम होंगे और ऐसा वातावरण निर्मित होगा जो समाज के एकीकरण, राष्ट्रीय एकता और देश की प्रगति व आर्थिक विकास के लिए घातक होगा
मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार करने का आरोप दो आरोपियों को महंगा पड़ा। उन्हें निचली अदालतों ने बरी कर दिया था। वे जिला जज पद के लिए क्वालिफाई भी कर गए। परंतु हाईकोर्ट ने उन्हें साफ कहा कि बरी होने का मतलब चरित्रवान होना नहीं होता
आईआईटी,रूड़की में तीन प्रोफेसरों के खिलाफ दलित छात्रा के शोषण को लेकर केस दर्ज किया गया है। पीड़ित छात्रा के न्याय के लिए भीम आर्मी और उत्तराखंड के बसपा नेताओं ने प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की
फ्रांस में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने को लेकर हुए जनविद्रोह के आगे सरकार को झुकना पड़ा। भारत में इस तरह के जनविद्रोह कभी सफल नहीं होते। क्योंकि यहां धर्मवाद के अलावा हिन्दू वर्ण व्यवस्था और जातिवाद किसी भी वर्ग को एकजुट होकर सरकार की मनमानी के खिलाफ खड़ा नहीं होने देते
न्यायपालिका में परिवारवाद के खिलाफ आंदोलन छेड़ने के लिए भाजपा सांसद डॉ. उदित राज ने अपने संगठन अनुसूचित जाति/जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के बैनर तले आगामी 3 दिसंबर को दिल्ली में रैली का आह्वान किया है। फारवर्ड प्रेस की खबर :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
बिहार में बीते 20 अगस्त 2018 को मानवता उस समय शर्मसार हो गई थी, जब उन्मादी भीड़ ने एक दलित महिला को शहर में घंटों नग्न घुमाया। यह सब पुलिस की आंखों के सामने हुआ। हालांकि, अदालत ने इस मामले में 20 लोगों को सजा सुनाई है। परंतु पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले। फारवर्ड प्रेस की खबर :
बीते 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के बाद मेरठ में चार दलित नौजवानों की हत्या हुई है। मारे गए सभी नौजवान सामाजिक कार्यकर्ता थे। इन मामलों में पुलिस पर सवर्णों को बचाने का आरोप लग रहा है। फारवर्ड प्रेस की खबर :