परिया समुदाय की स्त्रियों को संबोधित करते हुए डॉ. आंबेडकर ने कहा था कि “तुम अपने बच्चों को पढ़ने क्यों नहीं भेजतीं? देखो, तुम्हारे गांव का ब्राह्मण, चाहे कितना ही गरीब हो, अपने लड़के को पढ़ाता है। तुम भी ऐसा क्यों नहीं करतीं?” चंद्रिका प्रसाद जिज्ञासु की किताब ‘बाबासाहेब का जीवन-संघर्ष’ का पुनर्पाठ कर रहे हैं कंवल भारती