अछूतानंद ‘हरिहर’ स्वामी जी आदिहिन्दू आन्दोलन के प्रवर्तक और उत्तर भारत में बहुजन नवजागरण के अगुवा व्यक्तित्व रहे हैं। उन्होंने डॉ. आंबेडकर के साथ मिलकर दलितों के लिए अलग प्रतिनिधित्व के लिए संघर्ष किया और ब्राह्मणवाद को चुनौती देने वाली कविताएं एवं नाटक लिखा