संक्रमित लोगों की पहचान को लेकर देश भर में तीन बड़ी दिक़्क़तें हैं। एक, सरकारी संस्थाओं की सीमित संख्या, दो निजी संस्थानों में 4500 रुपये की फीस और तीसरा, राज्यों में पीड़ित मरीज़ों से अपराधी की तरह बर्ताव। बता रहे हैं जैगम मुर्तजा
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