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जाट और सिक्ख समुदाय के लोगों का चरित्र अलग है और बिहार के किसानों का चरित्र अलग है। बिहार के बड़े किसान सामंत हैं और खेती को नीच कर्म मानते हैं। जबकि पंजाब में बड़े किसान स्वयं भी खेतों में काम करते हैं। बिहार विधानसभा के पूर्व सदस्य एन. के. नंदा से नवल किशोर कुमार की खास बातचीत
उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में मनुस्मृति दहन दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर दलित-बहुजन लोगों ने मनुस्मृति के साथ ही केंद्र सरकार के उन कानूनों की प्रतियां जलाईं जिनसे इन वर्गों के लोगों का अहित होता है। इनमें तीन कृषि कानून भी शामिल रहे। विशद कुमार की खबर
जब भारत का संविधान अनुच्छेद 25 यह आजादी देता है कि व्यक्ति अपनी इच्छानुसार कोई भी धर्म चुन सकता है, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के दिमाग में धर्म-परिवर्तन के खिलाफ उल्लू कैसे बैठ गया? संविधान की शपथ खाकर पदासीन कैबिनेट ने संविधान-विरोधी इस अध्यादेश को पास कैसे कर दिया? इसके पीछे सरकार की मंशा दलितों को दलित बनाए रखने की है। बता रहे हैं कंवल भारती
अनुराग मोदी बता रहे हैं कि यूपी में योगी सरकार एक खास धर्म के लोगों को इसलिए निशाना बना रही है क्योंकि वह 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित कर लेना चाहती है। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे गुजरात में मोदी-शाह की जोड़ी ने किया था
In January 2017, the Supreme Court stated that invoking religion to canvass ‘would constitute a corrupt practice sufficient to annul election’ but politicians did just that in the days that followed – in the run-up to the Uttar Pradesh elections – and many of them ended up on the winning side too, writes Neha Dabhade
भाजपा के घोषणापत्र और ध्रुवीकरण के उसके तथा अन्य पार्टियों के प्रयास का विश्लेषण करते हुए यह इस आलेख में स्पष्ट किया गया है कि उत्तरप्रदेश चुनाव में विकास से ज्यादा नफरत का मुद्दा कामयाब रहा। नेहा दाभाड़े का विश्लेषण :
Samajwadi Party President Mulayam Singh Yadav, along with Supreme Court judge Justice AK Sikri, was conferred the LL.D. Honoris Causa at the first convocation of Dr Ram Manohar Lohiya National Law University, Lucknow
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव व उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एके सीकरी को डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के प्रथम अलंकरण समारोह में एलएलडी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया
Here, it is also important to mention that the castes which the SP wants to shift to the SC category are treated as “Most Backward Classes” (MBCs) in Bihar
समाजवादी पार्टी की सोच है कि सामाजिक संस्तरण (सोशल हायरार्की) में जो जातियां दलितों की इन जातियों से ऊपर के पायदान पर हैं, उनको अनुसूचित जातियों की श्रेणी में यदि डाल दिया जाए तो चमारों, वाल्मीकियों और पासियों को मिलने वाली सुविधाओं और अवसरों में अपने-आप भारी कटौती हो जाएगी