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Dharmaraj Kumar

जननायक कर्पूरी ठाकुर : लड़ाई आगे बढ़ रही है
भारतीय राजनीति के बदलते रूख को देखने से एकबारगी लगता है जैसे हम जहाँ से चले थे, लौटकर...
A cashless economy? The feudal villages were just that
The rhetoric of a cashless economy would remind Bahujans of the village, landlords and moneylenders they left behind...
नकदी-विहीन अर्थव्यवस्था : सामंती गावों की ओर वापसी
नगदी-विहीन अर्थव्यवस्था का शोशा बहुजनों को उन गावों, ज़मींदारों और साहूकारों की याद दिला रहा है, जिन्हें वे...