नई दिल्ली : सर्वोच्च न्यायलय के पूर्व मुख्य न्यायधीश एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के जी बालाकृष्णन ने कहा है कि हमारा समाज तभी तरक्की करेगा जब हम अपने महापुरुषों से प्रेरणा लेंगे। वे संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर दलित तीर्थ स्थान उत्थान न्यास एंव बाबू जगजीवनराम कला संस्कृति एवं साहित्य अकादमी द्वारा संयुक्त रूप से काँस्टीट्यूूशन क्लब में आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे। इस मौके पर टीण्तेथन, राजेश बग्गा, कमलजीत सिंह सोई, सुरेश राठौड़, साध्वी बहन प्राची, पूर्णिमा विधार्थी, एडवोकेट मनोज गोरकिला, सूरज भान कटारिया, देवेन्द्र वादिती, ओपी यादव तथा डा. सुखदेव भोई सहित कई लोगों को दलित महापुरुषों के नाम से राष्ट्रीय पुरस्कार 2014 से सम्मानित किया गया। इस समारोह में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री विजय सांपला, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद डा.सत्यनारायण जटिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.संजय पासवान, संघ सदस्य इन्द्रेश कुमार, अनिता आर्य, नेपाल के सांसद जीवन परियार सहित अनेक पत्रकार साहित्यकार कलाकार एंव पूर्व सांसद व मंत्रीगण उपस्थित थे।
(फारवर्ड प्रेस के जनवरी, 2015 अंक में प्रकाशित)
फारवर्ड प्रेस वेब पोर्टल के अतिरिक्त बहुजन मुद्दों की पुस्तकों का प्रकाशक भी है। एफपी बुक्स के नाम से जारी होने वाली ये किताबें बहुजन (दलित, ओबीसी, आदिवासी, घुमंतु, पसमांदा समुदाय) तबकों के साहित्य, सस्कृति व सामाजिक-राजनीति की व्यापक समस्याओं के साथ-साथ इसके सूक्ष्म पहलुओं को भी गहराई से उजागर करती हैं। एफपी बुक्स की सूची जानने अथवा किताबें मंगवाने के लिए संपर्क करें। मोबाइल : +919968527911, ईमेल : info@forwardmagazine.in