जब तक हम जाति-आधारित उत्पादन व्यवस्था और जेंडर के सवाल को एक-दूसरे से जोड़ कर विश्लेषण नहीं करेंगे तब तक जाति, लिंग भाव और उत्पादन व्यवस्था में ब्राह्मणवाद कैसे घुसा है, समझ ही नहीं पाएंगे। समझ नहीं पाएंगे कि आरएसएस और ब्राह्मणवादी लोग ओबीसी जातियों के पेट की नली को कहां और कैसे दबाते...