किसी को जान से मार देना ही मात्र हिंसा या असहिष्णुता नहीं होती, बल्कि किसी को समाज में सबसे नीच मानते हुए समाजच्युत कर देना भी असहिष्णुता मानी जाती है। यह तो सबसे घिनौना कृत्य माना जाना चाहिए। सवाल है कि जन्म से ही किसी को श्रेष्ठ या अधम माने जाने की वैचारिक-परिपाटी को...