सामाजिक न्याय के विमर्श से हिंदुत्व के उग्र राष्ट्रवाद को परेशानी इस कारण है कि यह विमर्श हिंदू एकता के खोखले दावों के सामने जाति-आधारित हिंदू समाज के गहरे भेदभाव और शोषण की ज़मीनी हक़ीक़त को उजागर करता है। पढ़ें, अभय कुमार का यह विश्लेषण