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Rinku Yadav

Pro-upper-caste bias warps Left’s sense of history
Remaining in denial about the caste system obfuscates the identity of its victims and leads us to forget...
सवर्ण व्यामोह में फंसा वाम इतिहास बोध
जाति के प्रश्न को नहीं स्वीकारने के कारण उत्पीड़ितों की पहचान और उनके संघर्षों की उपेक्षा होती है,...
लोकसभा चुनाव परिणाम ने स्पष्ट कर दिया है सामाजिक न्याय के एजेंडे का महत्व
इस बार सामाजिक न्याय केवल कुछ चेहरों के साथ और कुछ जातियों के अंकगणितीय जोड़ पर खड़ा नहीं...
मतगणना पूर्व रूझान और वास्तविक नतीजों के दरमियान दलित-बहुजनों का असली सवाल
नए दौर के दलित-बहुजन आंदोलन के सामने चुनौती है अपने एजेंडा पर डटे रहने की और बदलती परिस्थिति...
हिंदी प्रदेशों में दो चरणों के मतदान प्रतिशत में कमी के मायने
बिहार के बांका और भागलपुर में मैंने यह पाया कि नरेंद्र मोदी के प्रति खासतौर पर उत्पीड़ित जाति-समुदायों...
पढ़ें, शहादत के पहले जगदेव प्रसाद ने अपने पत्रों में जो लिखा
जगदेव प्रसाद की नजर में दलित पैंथर की वैचारिक समझ में आंबेडकर और मार्क्स दोनों थे। यह भी...
Jagdeo Prasad wanted to forge a national confederation representing the exploited classes
‘DMK has been formed in Madras, Shoshit Dal in Bihar and Rashtriya Shoshit Sangh in Uttar Pradesh to...
राष्ट्रीय स्तर पर शोषितों का संघ ऐसे बनाना चाहते थे जगदेव प्रसाद
‘ऊंची जाति के साम्राज्यवादियों से मुक्ति दिलाने के लिए मद्रास में डीएमके, बिहार में शोषित दल और उत्तर...
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