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Vinod Kumar

Obituary: When Dishom Guru’s defiant dares shook the hills
The land on which the public meeting was being held in Bokaro belonged to Bhavesh Manjhi but had...
स्मृति शेष : जब पहाड़ियों में गूंजी ‘दिशोम गुरु’ की ललकार
बोकारो में वह सभा जिस जमीन पर हो रही थी, वह भवेश मांझी की थी, लेकिन उस पर...
Jharkhand: Why insist on building RIMS-2 on Adivasi farmland?
Ample land belonging to the HEC is lying unused. There is no dearth of land outside the Fifth-Schedule...
झारखंड : जब रांची में गैर-आदिवासी जमीन उपलब्ध है तो नगड़ी में रिम्स-2 की जिद क्यों?
राज्य सरकार के पास एचईसी की अफरात जमीन है। पांचवी अनुसूची के बाहर जमीन की कोई कमी नहीं...
हूल विद्रोह की कहानी, जिसकी मूल भावना को नहीं समझते आज के राजनेता
आज के आदिवासी नेता राजनीतिक लाभ के लिए ‘हूल दिवस’ पर सिदो-कान्हू की मूर्ति को माला पहनाते हैं...
कॉमरेड ए.के. राय कहते थे, थोपा गया विकास नहीं चाहते आदिवासी
कामरेड राय की स्पष्ट धारणा थी कि झारखंडी नेतृत्व के अंदर समाजवादी एवं वामपंथी विचारधारा उनके अस्तित्व रक्षा...
संघ-भाजपा की तरह बिरसा की पाखंड पूजा न करें हेमंत सोरेन
यह कैसी विडंबना है कि जो बात इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में आज हेमंत सोरेन कह...
रांची विश्वविद्यालय : नाम तो बदल गया, लेकिन शैक्षणिक वातावरण में भी बदलाव की जरूरत
श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से बदलाव किये जाने के बाद से स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई बेहद...
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