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जेएनयू में दो विशेष सेमिनारों का आयोजन, शोधार्थियों से शोध पत्र आमंत्रित

गैर व्यावसायिक संगठन शोध संवाद रिसर्च फोरम की ओर से सितंबर महीने में जेएनयू में दो विशेष सेमिनार जेएनयू में आयोजित किए जाएंगे। फोरम की ओर से शोधार्थियों से शोध पत्र आमंत्रित किए गए हैं

 

शोध संवाद रिसर्च फोरम आगामी सितंबर महीने में दो कार्यक्रम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में आयोजित करने जा रहा है। पहला कार्यक्रम “भारतीय भाषाओं में साहित्यिक अनुवाद एवं तुलनात्मक अध्ययन की चुनौतियाँ” विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का कार्यक्रम है। इसका आयोजन 7 व 8 सितंबर को होगा। वहीं दूसरा कार्यक्रम  “अकादमिक अनुसंधान में उभरती हुई चुनौतियों का अध्ययन: मानविकी एवं समाज विज्ञान के विशेष संदर्भ में” विषय पर 7 दिवसीय साप्ताहिक कार्यशाला का है। कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन 3-8 सितंबर 2019 को होगा।

दोनो ही कार्यक्रमों का आयोजन, जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज, लिटरेचर एंड कल्चर स्टडी के सभागार में किया जाएगा। इसके लिए शोध संवाद रिसर्च फोरम ने गंभीर अध्येताओं को सेमिनार व कार्यशाला विषय पर शोध पत्रों के लिए आमंत्रित किया है। शोध संवाद रिसर्च फोरम इन शोध पत्रों को पुस्तक के रूप में प्रकाशित करेगा। शोध संवाद रिसर्च फोरम द्वारा जारी आमंत्रण पत्र में इच्छुक शोधार्थियों से शुल्क के रूप में एक हजार रुपए की मांग भी की गयी है। जबकि फैकल्टी सदस्यों के लिए यह शुल्क 1500 रुपए है।

शोध संवाद रिसर्च फोरम के प्रेसिडेंट डॉ. जाहिदुल दीवान

इस संबंध  में शोध संवाद रिसर्च फोरम के प्रेसिडेंट डॉ. जाहिदुल दीवान ने फारवर्ड प्रेस से बातचीत में बताया कि उनके फोरम द्वारा आयोजित होने वाले इन दोनों कार्यक्रमों में जेएनयू एकेडमिक पार्टनर है। उन्होंने कहा कि ‘शोध संवाद रिसर्च फोरम’ का उद्देश्य विभिन्न शैक्षणिक पृष्ठभूमि से युवा विद्वानों में एक अंतःविषय अनुसंधान योग्यता विकसित करना है। इसका गठन सितंबर 2016 में किया गया था और यह नई दिल्ली स्थित एक शैक्षणिक रिसर्च केंद्र के तौर पर काम करनेवाली गैर व्यावसायिक संगठन है।

(कॉपी संपादन : नवल)


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लेखक के बारे में

सुशील मानव

सुशील मानव स्वतंत्र पत्रकार और साहित्यकार हैं। वह दिल्ली-एनसीआर के मजदूरों के साथ मिलकर सामाजिक-राजनैतिक कार्य करते हैं

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