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Anil Chamadia
बिहार : एक चरण में मतदान नहीं कराने की साजिशें
अनिल चमड़िया
बिहार में विधानसभा के चुनाव कराने का वक्त आ गया है। इस वक्त देश में कहीं और चुनाव...
असम में ‘पत्रकारिता’ पर हमले का उद्देश्य
अनिल चमड़िया
असम सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए टीम बनाई है। राज्य से बाहर के मीडिया संस्थानों...
तो क्या सचमुच नफरत नहीं फैलाएंगी भारतीय मीडिया कंपनियां?
अनिल चमड़िया
एनबीडीएसए ने बीते 28 फरवरी, 2024 को एक साथ तीन चैनलों के खिलाफ सात आदेश पारित किए। इनमें...
सरकार के शिकंजे में सोशल मीडिया
अनिल चमड़िया
आमतौर पर यह माना जाने लगा है कि लोगों का ‘प्यारा’ सोशल मीडिया सरकार का खिलौना बन गया...
नए प्रेस कानून से बढ़ी सरकारी निगरानी
अनिल चमड़िया
पत्र-पत्रिकाओं के ऊपर केंद्र की निगरानी बढ़ा दी गई है और इस संदर्भ में राज्यों के अधिकारों का...
आखिर क्यों लिखा जाता है डॉ. आंबेडकर को ‘दलित नेता’?
अनिल चमड़िया
पहले इस एक रहस्य को समझ लें कि दलितों के नेता और दलित नेता के विशेषण में क्या...
अंग्रेजी और हिंदी पत्रकारिता के बीच फंसा बहुजन
अनिल चमड़िया
सासाराम के जेल में भी हरिजनों (उस समय दलितों के लिए हरिजन ही आमतौर पर लिखा जाता था)...
सत्यपाल मलिक के द्वारा खोली गई परतों पर सवाल नहीं, पड़ताल आवश्यक
अनिल चमड़िया
हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में सुपरिचित शख्सियत रहे श्रवण गर्ग ने गत 17 अप्रैल, 2023 को फेसबुक पर...
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