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Anil Chamadia
Hindi media companies go berserk over Rishi Sunak
Anil Chamadia
The expansion of modern media companies has been a corollary of the growth of nationalist politics. Today, news...
ऋषि सुनक को लेकर हिंदी की मीडिया कंपनियों की सनक
अनिल चमड़िया
पूरी दुनिया में आधुनिक मीडिया कंपनियों का तेजी से विस्तार राष्ट्रवाद की राजनीति के साथ हुआ है। समाचार...
Far-reaching implications of Kharge heading the Congress party
Anil Chamadia
What is clear is that there can be no Congress without the Gandhi family. Thus, the future of...
कांग्रेस में खड़गे युग, दूरगामी राजनीति की पहल
अनिल चमड़िया
राहुल गांधी दूरगामी राजनीति में यकीन करने वाली पीढ़ी है। इस रुप में वह इंदिरा गांधी से लेकर...
न्यायपालिका पर सरकारी निगरानी के निहितार्थ
अनिल चमड़िया
लोकंतत्र में जब कोई संस्था लोकतंत्र के हितों से बाहर निकलकर आवारागर्दी करने पर उतारू हो जाती है...
अखबारों में ‘सवर्ण आरक्षण’ : रिपोर्टिंग नहीं, सपोर्टिंग
अनिल चमड़िया
गत 13 सितंबर, 2022 से सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ईडब्ल्यूएस आरक्षण की वैधता को लेकर...
विज्ञान की किताब बांचने और वैज्ञानिक चेतना में फर्क
अनिल चमड़िया
समाज का बड़ा हिस्सा विज्ञान का इस्तेमाल कर सुविधाएं महसूस करता है, लेकिन वह वैज्ञानिक चेतना से मुक्त...
लोक शिकायतों का लेखा-जोखा और सरकारी तंत्र के मनचाहे दावे
अनिल चमड़िया
सूचना के अधिकार कानून-2005 के तहत जो जानकारियां मिली हैं, वह न केवल इस विभाग के विज्ञापनी दावों...
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