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Gangadhar Pantawane

संस्मरण : ऐसे थे अण्णा भाऊ साठे (अंतिम भाग)
अण्णा भाऊ के पोवाड़े भी प्रसिद्ध रहे हैं, जैसे– ‘स्तालिनग्राद का पोवाड़ा’, ‘महाराष्ट्र की परंपरा’ आदि में इतिहास...
संस्मरण : ऐसे थे अण्णा भाऊ साठे (पहला भाग)
तब अण्णा भाऊ ने कहा था– “दलितों की शक्ति के आधार पर ही यह दुनिया चलती है। उनकी...