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Jyoti Paswan

गुलामगिरी : सामाजिक न्याय का आधार ग्रंथ
सरकारी विभागों में भटों के वर्चस्व को समाप्त करने के लिए तथा शूद्रों के प्रतिनिधित्व को स्थापित करने...
दलित आलोचकों की नजर में ओमप्रकाश वाल्मीकि
दलित चेतना, सहानुभूति और स्वानुभूति लेखन में अंतर एवं दलित साहित्य की भाषा जैसे विषयों पर ओमप्रकाश वाल्मीकि...
अभी हम आदिवासियों का पेट नहीं भरा है : वासवी किड़ो
‘विस्थापन झारखंड को खाए जा रहा है। झारखंड अलग राज्य अगर बना है तो विस्थापन का सवाल तो...
Vasavi Kiro: ‘We want a displacement-free Jharkhand’
‘Displacement of people is killing Jharkhand. The problem of displacement has to be resolved, especially since we are...
Vasavi Kiro: ‘We want a displacement-free Jharkhand’
‘Displacement of people is killing Jharkhand. The problem of displacement has to be resolved, especially since we are...
अभी हम आदिवासियों का पेट नहीं भरा है : वासवी किड़ो
'विस्थापन झारखंड को खाए जा रहा है। झारखंड अलग राज्य अगर बना है तो विस्थापन का सवाल तो...
‘झारखंड के हिस्से में अब भी क्यों है कोख में अमीरी और गोद में गरीबी?’
झारखंड बनने के बाद भी ये कारपोरेट जगत, पूंजीवादी ताकतें, और कुलीन वर्ग के लोग आज भी आदिवासियों...
Why Jharkhand continues to be a rich state of poor people
‘As soon as the Adivasi woman arrives at the market with her basket of vegetables, the middlemen pounce...
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