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Mohandas Namishray

यात्रा संस्मरण : जब मैं अशोक की पुत्री संघमित्रा की कर्मस्थली श्रीलंका पहुंचा (अंतिम भाग)
चीवर धारण करने के बाद गत वर्ष अक्टूबर माह में मोहनदास नैमिशराय भंते विमल धम्मा के रूप में...
यात्रा संस्मरण : जब मैं अशोक की पुत्री संघमित्रा की कर्मस्थली श्रीलंका पहुंचा (पहला भाग)
पर्यटन के दृष्टिकोण से एक पहाड़ी पर रावण का महल भी बता दिया गया है और लिख भी...
महाबोधि विहार मुक्ति आंदोलन : सिर्फ फेसबुक पर ही मत लिखिए, आंदोलन में शामिल भी होइए
इस आंदोलन का एक यह भी दुखद पहलू है कि जिस बिहार की धरती पर ब्राह्मणवादियों का आजादी...
गांधी, गाय और गोबर
पहले राजनीति के बाजार में गांधी को बेचा गया अब धर्म के बाजार में गाय बेचना जारी है।...
रूदन नहीं, संघर्ष व सृजन की गाथा है ‘एक मोची का अदबी जिंदगीनामा’
द्वारका भारती पंजाब के होशियारपुर में जूतियां बनाते हैं। साहित्य में इनकी गहरी अभिरूचि रही है। इनकी आत्मकथा...
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