h n

महिषासुर दिवस रिपोर्टर बनिए!

क्या आपने किसी ऐसे स्थान पर महिषासुर दिवस के आयोजन के बारे में जानते हैं, जो इस नक़्शे में नहीं है?

mahishasura
ग्राफिक्स : राजन कुमार

इस वर्ष देश भर में 1000 से अधिक स्थानों पर महिषासुर दिवस का आयोजन होने की  सूचना है। (पूरी खबर यहां देखें ) हमने भारत के नक़्शे पर उन स्थानों को चिन्हित किया, जहाँ पिछले वर्षों में ये आयोजन हुए और यह नक्शा ऐसा दिखलाई दे रहा है. क्या आपने किसी ऐसे स्थान पर महिषासुर दिवस के आयोजन के बारे में जानते हैं, जो इस नक़्शे में नहीं है? अगर हाँ, तो आयोजन पर एक संक्षिप्त रपट editor@forwardpress.in पर भेजने की कृपा करें. रपट में यह उल्लेख अवश्य हो कि कार्यक्रम में कितने लोगों ने भागीदारी की, वे लोग किन मुख्य जातियों/ जनजातियों के थे, आयोजकों से संपर्क करने के लिए टेलीफोन नंबर और कुछ फोटोग्राफ. अगर आप हमें आयोजन का छोटा-सा विडियो भी उपलब्ध करवा सकें तो और बेहतर होगा.

लेखक के बारे में

एफपी डेस्‍क

संबंधित आलेख

‘धर्मनिरपेक्ष’ व ‘समाजवादी’ शब्द सांप्रदायिक और सवर्णवादी एजेंडे के सबसे बड़े बाधक
1975 में आपातकाल के दौरान आरएसएस पर प्रतिबंध लगा था, और तब से वे आपातकाल को अपने राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते...
दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के ऊपर पेशाब : राजनीतिक शक्ति का कमजोर होना है वजह
तमाम पुनरुत्थानवादी प्रवृत्तियां सर चढ़कर बोल रही हैं। शक्ति के विकेंद्रीकरण की ज़गह शक्ति के केंद्रीकरण की प्रवृत्ति बढ़ रही है। ऐसे दौर में...
नीतीश की प्राथमिकता में नहीं और मोदी चाहते नहीं हैं सामाजिक न्याय : अली अनवर
जातिगत जनगणना का सवाल ऐसा सवाल है कि आरएसएस का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति का जो गुब्बारा है, उसमें सुराख हो जाएगा, उसकी हवा...
मनुस्मृति पढ़ाना ही है तो ‘गुलामगिरी’ और ‘जाति का विनाश’ भी पढ़ाइए : लक्ष्मण यादव
अभी यह स्थिति हो गई है कि भाजपा आज भले चुनाव हार जाए, लेकिन आरएसएस ने जिस तरह से विश्वविद्यालयों को अपने कैडर से...
आखिर ‘चंद्रगुप्त’ नाटक के पन्नों में क्यों गायब है आजीवक प्रसंग?
नाटक के मूल संस्करण से हटाए गए तीन दृश्य वे हैं, जिनमें आजीवक नामक पात्र आता है। आजीवक प्राक्वैदिक भारत की श्रमण परंपरा के...