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Kamlesh Verma

दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के ऊपर पेशाब : राजनीतिक शक्ति का कमजोर होना है वजह
तमाम पुनरुत्थानवादी प्रवृत्तियां सर चढ़कर बोल रही हैं। शक्ति के विकेंद्रीकरण की ज़गह शक्ति के केंद्रीकरण की प्रवृत्ति...
‘कुशवाहा रामप्रकाश’ : कुशवाहा पर कुशवाहा की कविता
यह कविता उन तमाम उत्पीड़ितों की व्यथा-वाणी है जिनकी पहली-दूसरी पीढ़ी खेती-बारी से गुज़रते हुए उच्च शिक्षा की...
‘साझे का संसार’ : बहुजन समझ का संसार
ईश्वर से प्रश्न करना कोई नई बात नहीं है, लेकिन कबीर के ईश्वर पर सवाल खड़ा करना, बुद्ध...
कबीर : रूढियों को चुनौती देनेवाले बेबाक समाजशास्त्री
कबीर जयंती के मौके पर कमलेश वर्मा बता रहे हैं कि जाति के प्रश्नों पर विचार करते हुए...
Kabir: Fearless sociologist who challenged conventions
Kabir’s uniqueness is evident in his treatment of the ‘questions of caste’. Kabir opposes the caste system but...
Kabir: Fearless sociologist who challenged conventions
Kabir’s uniqueness is evident in his treatment of the ‘questions of caste’. Kabir opposes the caste system but...
कबीर : रूढियों को चुनौती देनेवाले बेबाक समाजशास्त्री
कबीर जयंती के मौके पर कमलेश वर्मा बता रहे हैं कि जाति के प्रश्नों पर विचार करते हुए...
This book will tell you what Kabir thought about caste
Kamlesh Verma, author of ‘Jati ke Prashn par Kabir’, says that Kabir was not just a poet who...
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