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लालू प्रसाद को मिली छह सप्ताह की जमानत, नहीं कर सकेंगे राजनीति

चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद को छह सप्ताह की जमानत मिली है। हालांकि झारखंड हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत अवधि के दौरान राजनीतिक रैली नहीं करने का निर्देश दिया है

चारा घोटाले के चार मामलों में सजा काट रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद को झारखंड हाईकोर्ट ने इलाज के लिए छह सप्ताह की जमानत दी है। इससे पहले झारखंड के जेल प्रशासन ने उन्हें अपने बेटे तेजप्रताप की शादी में शामिल होने के लिए तीन दिनों के लिए पैरोल स्वीकार किया था। पैरोल मिलने के बाद गुरूवार की शाम वे रांची से पटना पहुंचे। उनके बड़े पुत्र व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव की शादी 12 मई को पटना में होगी। ऐसे में झारखंड हाईकोर्ट से उन्हें बड़ी राहत मिली है।

पैरोल मिलने के बाद अपने बेटे की शादी में भाग लेने बीते गुरूवार की शाम रांची से पटना पहुंचे लालू प्रसाद

गुरूवार को झारखंड हाईकोर्ट में लालू प्रसाद की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और प्रभात कुमार ने उनका पक्ष रखा जिसमें उनकी बीमारी को देखते हुए कम से कम 12 सप्ताह तक जमानत दिये जाने का अनुरोध किया गया। लेकिन अदालत ने केवल 6 सप्ताह की जमानत दी। इस संबंध में लालू प्रसाद के वकील प्रभात कुमार ने मीडिया को जानकारी दी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जमानत के दौरान लालू प्रसाद कोई राजनीतिक रैली में भाग नहीं ले सकेंगे।

बताते चलें कि लालू प्रसाद 23 अप्रैल 2017 से ही चारा घोटाला मामले सजायाफ्ता होने के बाद रांची के होटवार जेल में बंद हैं।

लालू प्रसाद को छह सप्ताह की जमानत मिलने राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्हें और उनके नेता लालू प्रसाद को न्यायपालिका में विश्वास है। चारा घोटाले के सभी मामलों में उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। वे निर्दोष साबित होंगे।


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