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13 प्वाइंट रोस्टर के विरोध में संसद परिसर में सपा, बसपा, राजद के सांसदों का धरना-प्रदर्शन

यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में विभागवार भर्ती के लिए 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के विरोध में बुधवार को संसद भवन परिसर में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा नेता मुलायम सिंह यादव, राजद सांसद मनोज झा, बसपा के सांसद सतीश चंद्र मिश्रा समेत करीब डेढ़ दर्जन सांसदों ने धरना-प्रदर्शन किया। फारवर्ड प्रेस की रिपोर्ट :

देश में दलित-पिछड़ों के अधिकारों के हनन को लेकर तथा बहुसंख्यक समाज को साजिशन अकादमिक नौकरी से दूर रखने के लिए लागू किए गए 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के विरोध में सपा, बसपा और राजद के सांसदों ने धरना-प्रदर्शन किया। बुधवार की सुबह संसद भवन परिसर में धरना देने वालों में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा नेता मुलायम सिंह यादव, राजद सांसद मनोज झा, सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव, बसपा के सांसद सतीश चंद्र मिश्रा समेत करीब डेढ़ दर्जन सांसद शामिल थे। धरना-प्रदर्शन के दौरान मुलायम सिंह ने सरकार को चेताते हुए कहा कि इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। वहीं, सपा सांसद धर्मेंद्र यादव लगातार इस मुद्दे पर बहुत मुखर रूप से अपना और अपनी पार्टी का बात रखते आए हैं। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने इससे पहले 31 जनवरी को आक्रोश मार्च के मंच से संबोधित करते हुए कहा था कि मैं मंच पर बैठे अपने वैचारिक साथियों से, नेताओं से और प्रोफेसरों से अपील करूंगा कि अब 7.5 फीसदी, 15 फीसदी और 27 फीसदी की लड़ाई छोड़ो। अब हमें लड़ाई लड़नी है 85 फीसदी की।

13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के खिलाफ घेरा बनाकर विरोध-प्रदर्शन करते विपक्षी दलों के सांसद

सांसदों ने एक मत से कहा कि मोदी सरकार अध्यादेश लाकर यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती के लिए 200 प्वाइंट रोस्टर लागू करे। और शार्टफॉल बैकलॉग के जरिए शिक्षकों की भर्ती करके संविधान में दिए आरक्षण प्रतिशत के मैंडेट को पूरा करे। तभी सही मायने में सामाजिक न्याय हो सकेगा।

यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में शिक्षकों की विभागवार भर्ती करने के 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के खिलाफ धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए सासंदों ने कहा कि देश में दलित-पिछड़ों के अधिकारों के हनन को लेकर तथा बहुसंख्यक समाज को साजिशन सरकारी नौकरी से दूर रखने के लिए 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम को लागू किया गया है।

वहीं, राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि 13 प्वाइंट रोस्टर इस आंदोलन का तात्कालिक कारण है। लेकिन, बड़ी लड़ाई सामाजिक रूप से शोषित वर्ग को आबादी के लिहाज के प्रतिनिधित्व दिलाने की है। हम और अन्य बहुजन नेता सौ दफा कह चुके हैं कि आरक्षण खैरात नहीं, बल्कि दलित-बहुजन समाज के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने का एक जरिया है। उन्होंने कहा कि एससी/एसटी एक्ट को कुंद करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सरकार 2 अप्रैल, 2018 के आंदोलन तक सोती रही।

धरने में शामिल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव व अन्य सांसद

इसे पहले 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के विरोध में बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विरोध के बाद अब राजद ने राज्यसभा में नोटिस जारी कर दिया है। बता दें कि राजद के राज्य सभा सांसद मनोज कुमार झा ने बीती 05 फरवरी को 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के विरोध में राज्य सभा में नोटिस दे दिया है। जबकि, इसके पहले विश्वविद्यालयों में नए 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के विरोध में बांका से राजद सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने भी लोकसभा में नोटिस दिया है। वहीं, मनोज कुमार झा की पार्टी राजद के अध्यक्ष तेजस्वी यादव लगातार सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक हर मंच से 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के खिलाफ मोदी सरकार पर हमलावर रहे हैं। तेजस्वी ने सोशल मीडिया पेज पर लिखा है- “मौजूदा सरकार दलित, आदिवासी, पिछड़ा, आरक्षण और संविधान विरोधी है। जिस तरह से 13 प्वाइंट रोस्टर लागू किया गया है, उससे पता चलता है कि सरकार का मंसूबा किसी भी तरह से पिछड़े, दलित, आदिवासी समाज के लोगों को शिक्षक बनने से रोकना है। ताकि वे आगे न बढ़ पाएं और गुलामी करें।”

(कॉपी संपादन : प्रेम बरेलवी)


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लेखक के बारे में

सुशील मानव

सुशील मानव स्वतंत्र पत्रकार और साहित्यकार हैं। वह दिल्ली-एनसीआर के मजदूरों के साथ मिलकर सामाजिक-राजनैतिक कार्य करते हैं

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