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Anant

हिरामन और हीराबाई की कहानी, फणीश्वरनाथ रेणु, उनके परिजनों व मित्रों की जुबानी
फणीश्वरनाथ रेणु ने “मारे गए गुलफाम” कहानी की रचना 1957 में की थी। इस कहानी के दो पात्र...
रेणु के साहित्य में जाति, जमात और समाज
रेणु के साहित्य में सामाजिक न्याय, आर्थिक न्याय, लैंगिक न्याय, क्षेत्रीय न्याय और जातीय, वर्गीय तथा क्षेत्रीय अस्मिता...
रेणु साहित्य : द्विज अस्मिता के विपरीत शोषितों-पीड़िताें की अस्मिता
अनंत बता रहे हैं फणीश्वरनाथ रेणु के साहित्य में शामिल देशज अस्मिता के बारे में। उनके मुताबिक, यह...