फॉरवर्ड प्रेस की खबर का असर
दिल्ली में मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम काटे जाने की सूचना पर भाजपा ने दिल्ली सरकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री को सीधे तौर पर चेतावनी दी है। इसका कारण यह है कि जिन लोगों को फोन कॉल्स की जी रही हैं, उनसे कॉलर (जो अमूमन महिला होती है) कहती है कि आपका नाम मतदाता पहचान पत्र से भाजपा ने कटवा दिया है। लेकिन, आप चिंता न करें केजरीवाल जी आपका नाम फिर से मतदाता सूची में जुड़वा देंगे। वे इसके लिए संघर्षरत हैं।
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कटा कान ले गया कौवा जैसी स्थिति, भाग रहे हैं कौवे के पीछे जबकि कान कटा ही नहीं : मनोज तिवारी
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फॉरवर्ड प्रेस के दो संपादकों प्रमोद रंजन व अनिल वर्गीस तक के पास भी आईं ऐसी भ्रामक कॉल्स
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भाजपा का प्रतिनिधिमंडल ऐसे मामलों को लेकर पुख्ता डॉक्यूमेंट्स आडियो रिकॉर्डिंग, फोन करने वालों के मोबाइल नम्बर आदि के साथ थानों में दर्ज कराएगा एफआईआर : दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष (भाजपा)
इस मामले पर फारवर्ड प्रेस ने कुछ दिन पहले एक खबर भी प्रकाशित की थी, जिस पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने संज्ञान भी लिया था और फर्जी कॉल्स करने वालों पर कार्यवाही करने की बात भी कही थी। फिलहाल, इस मामले पर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को आगाह किया कि वह फर्जी कॉल करवाना बंद करें, नहीं तो उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उनकी झूठ की राजनीति का पटाक्षेप हो चुका है। इसलिए, इस तरह की भ्रामक कॉल्स के जरिए जनता को बरगलाने का मंसूबा कामयाब नहीं होने वाला है।

भाजपा के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष ने कहा कि अगर सही मायने में दिल्ली में 30 लाख वोट कट गए हैं और वो भाजपा ने कटवा दिए हैं, तो वह (दिल्ली सरकार) सभी की लिस्ट जारी करे; दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी का दुस्साहस देखिए, फारवर्ड प्रेस के दो संपादकों सहित कई मीडिया वालों के पास भी इस तरह के भ्रामक कॉल्स कराए गए हैं। भाजपा इस मामले को लेकर काफी गंभीर है और उसका प्रतिनिधिमंडल जल्द इस तरह के मामलों को लेकर पुख्ता डाक्यूमेंट्स मसलन ऑडियो टेप, फोन करने वालों के मोबाइल नंबर के साथ थानों में एफआईआर दर्ज करवाएगा।
मनोज तिवारी ने कहा कि चुनाव आयोग ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी द्वारा फैलाए जा रहे झूठ और झूठी फर्जी कॉल्स के लिए शिकायत दर्ज कराई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने कहा कि वोट काटने और जोड़ने की एक संवैधानिक प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया को करने का अधिकारी सिर्फ और सिर्फ चुनाव आयोग है। इसमें राजनीतिक पार्टियां जब वोट बनना है, तो लोगों को वोट बनाने के लिए बुला सकती हैं। लेकिन, वोट कटवाने के लिए आज तक हमने किसी को बुलाते हुए नहीं देखा है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनकी पार्टी के झूठ की राजनीति की पोल खुल चुकी है। चुनाव आयोग ने भी मान लिया है कि दिल्ली के लोगों को मतदाता पहचान पत्र में से उनका नाम कटने के फर्जी कॉल्स आ रही हैं और चुनाव आयोग ने साफ कहा कि सख्त कार्यवाही की जाएगी। चुनाव आयोग साफ कर चुका है कि वोट कटने और जुड़ने की प्रक्रिया संवैधानिक है और इससे किसी दल का कोई संबंध नहीं है। केजरीवाल इसके बावजूद लोगों को फोन करवाकर कह रहे हैं कि उनका वोट भाजपा ने कटवा दिया है और वह जुड़वा देंगे; जो सरासर चुनाव आयोग की अवमानना है।
मनोज तिवारी ने कहा कि ‘आप’ का जो इंटरनल सर्वे है, उन्हें बता रहा है कि वे दिल्ली की सातों सीटें हार रहे हैं। इसलिए, वे इस तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। पिछले चार साल में केजरीवाल और उनकी पार्टी ने एक भी काम ऐसा नहीं किया, जिसे लेकर वह जनता से वोट मांगने जा सकें। यदि किया होता, तो इस तरह के झूठ का सहारा नहीं लेना पड़ता। उन्होंने कहा कि हम दिल्लीवासियों से इस तरह के फोन कॉल्स से सतर्क रहने की अपील करते हैं और कहना चाहते हैं कि जब भी किसी को ऐसी फोन कॉल्स आए तो उसे रिकॉर्ड कर लें और हमें भेजें हम उसकी गोपनीयता को बरकरार रखते हुए इसकी शिकायत करेंगे।
बताते चलें कि चुनाव आयोग सभी पार्टियों को पत्र लिखकर बता चुका है कि अब तक कितने वोट जुड़े हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, ‘‘2014 के लोकसभा चुनाव में 1,27,06,366 वोट थे, जो 18 जनवरी 2019 तक 1,36,95,291 हो गए, अर्थात 9,88,925 वोट बढ़े हैं।’’ लेकिन इसके बावजूद केजरीवाल द्वारा 30 लाख वोट कटने का आरोप लगाया जा रहा है। फॉरवर्ड प्रेस ने भी सात फरवरी 2019 को वोटर लिस्ट मामले पर आखिर क्यों सनसनी फैला रही है आम आदमी पार्टी शीर्षक से रिपोर्ट प्रकाशित की थी ? फॉरवर्ड प्रेस की खबर के प्रकाशन के बाद दिल्ली चुनाव कार्यालय हरकत में आया और 8 फरवरी को मुख्य निर्वाचन अधिकारी दिल्ली ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को झूठी फर्जी कॉल्स के लिए शिकायत दी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की।
9 फरवरी को मुख्य निर्वाचन अधिकारी दिल्ली ने सर्कुलर जारी करके लोगों से इस तरह की कॉल्स से सावधानी बरतने के लिए कहा और साथ ही यह जानकारी भी दी कि कैसे वो अपना नाम लिस्ट में चेक कर सकते हैं। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने कहा कि जो भी इसमें दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
(कॉपी संपादन : प्रेम)
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