author
×
Search
Search
Home
Current Affairs
Society & Culture
Literature
Our Heroes
Books
हिंदी
×
Search
Search
Birendra Yadav
Dominant husbands, hegemonic castes still part of Bihar’s rural landscape
Birendra Yadav
In a study of Aurangabad and Rohtas districts, calls made to women mukhiyas were mostly received by their...
बिहार के गांवों में पति का प्रभुत्व और जाति की दबंगता दरकी, लेकिन खत्म नहीं हुई
वीरेंद्र यादव
रोहतास और औरंगाबाद जिले में सर्वेक्षण के मुताबिक, पिछले 35 वर्षों में ग्रामीण सत्ता में सवर्णों के आधिपत्य...
पटना पुस्तक मेला : सवर्णों के वर्चस्व के बीच दलित-बहुजन विमर्श की दस्तक
वीरेंद्र यादव
मेले के बहुजन परिप्रेक्ष्य की बात करें तो सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रमों का बहुजनों के संदर्भ से कोई...
एक आयोजन, जिसमें टूटीं ओबीसी की जड़ताएं
वीरेंद्र यादव
बिहार जैसे राज्य में जातीय दायरे की परंपरा विकसित होती जा रही है। आमतौर पर नायक-नायिकाओं की जयंती...
बिहार में हारे तेजस्वी, लेकिन क्या सचुमच जीते नीतीश?
वीरेंद्र यादव
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हमलावर हुए। लेकिन वे यह नहीं समझा पाए...
Fateh Bahadur Singh: ‘Ringing bells in temples won’t help Bahujan become engineers, doctors, IAS, IPS’
Birendra Yadav
RJD MLA Fateh Bahadur Singh says, ‘The very idea and concept of infusing life into a stone idol...
मंदिरों में घंटा बजाने से बहुजन आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर, डॉक्टर नहीं बनेंगे : फते बहादुर सिंह
वीरेंद्र यादव
राजद विधायक फते बहादुर सिंह कहते हैं कि पत्थरों में प्राण प्रतिष्ठा की अवधारणा और सोच अंधविश्वास के...
मुंगेरी लाल के ‘हसीन’ सपने सच हुए
वीरेंद्र यादव
यह विडंबना ही है कि मुंगेरी लाल के सामाजिक योगदान और राजनीतिक महत्व पर कभी किसी नेता या...
और आलेख