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Premkumar Mani
खतरनाक है संसद का गतिरोध
प्रेमकुमार मणि
पूरी दुनिया में आवारा पूंजी का प्रभाव बढ़ा है और जब आवारा पूंजी, जो पूंजीवाद का एक विकृत...
आंबेडकर की नजर में गांधी और गांधीवाद
प्रेमकुमार मणि
गांधी-आंबेडकर के जाति-विषयक विचारों को भी यहां रखा गया है, जो 1936 के ‘जातिवाद का विनाश’ पुस्तिका के...
Beware of Elitist Secularism
Premkumar Mani
Power without knowledge is dangerous. Secularism is another farce from which Dalit-OBCs should maintain a safe distance
कुलीन धर्मनिरपेक्षता से सावधान
प्रेमकुमार मणि
ज्ञानसत्ता हासिल किए बिना यदि राजसत्ता आती है तो उसके खतरनाक नतीजे आते हैं। एक दूसरा स्वांग धर्मनिरपेक्षता...
विशाखदत्त का नाटक ‘मुद्राराक्षस’
प्रेमकुमार मणि
प्रेमकुमार मणि बता रहे हैं विशाखदत्त द्वारा 579-500 ईस्वी के दौरान लिखे गए नाटक मुद्राराक्षस के बारे में।...
Premkumar Mani’s Jan-Vikalp
Premkumar Mani
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Premkumar Mani’s ‘Jan-Vikalp’
Premkumar Mani
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अशोक के बाद
प्रेमकुमार मणि
प्रेमकुमार मणि बता रहे हैं कि अशोक अपने साथ मौर्य साम्राज्य के शौर्य को भी लेता गया। जिस...
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