h n

बीएमपी 400 सीटों पर लड़ेगी लोकसभा चुनाव

बामसेफ एवं भारत मुक्ति मोर्चा से प्रेरणा लेकर बनी बहुजन मुक्ति पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में लगभग 400 सीटों पर चुनाव लड़ेगी

नई दिल्ली : बामसेफ एवं भारत मुक्ति मोर्चा से प्रेरणा लेकर बनी बहुजन मुक्ति पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में लगभग 400 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह घोषणा बीएमपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएल मातंग ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में दिनांक 11 नवंबर को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में की। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमानुल्लाह खान, अरुण कुमार, डॉ. एस अकमल, जितेन्द्र कुमार, पुखराज, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष कमलचंद, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार प्रजापति आदि उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के नागपुर स्थित अनंत नगर में 10 नवंबर को बीएमपी ने मुस्लिम सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में जमाते इस्लामी हिन्द, मूलनिवासी मुस्लिम मंच, स्टूडेंट इस्लामिक आर्गेनाईजेशन, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा, इम्पा के साथ वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के नागपुर इकाई ने भाग लिया।


फारवर्ड प्रेस वेब पोर्टल के अतिरिक्‍त बहुजन मुद्दों की पुस्‍तकों का प्रकाशक भी है। एफपी बुक्‍स के नाम से जारी होने वाली ये किताबें बहुजन (दलित, ओबीसी, आदिवासी, घुमंतु, पसमांदा समुदाय) तबकों के साहित्‍य, सस्‍क‍ृति व सामाजिक-राजनीति की व्‍यापक समस्‍याओं के साथ-साथ इसके सूक्ष्म पहलुओं को भी गहराई से उजागर करती हैं। एफपी बुक्‍स की सूची जानने अथवा किताबें मंगवाने के लिए संपर्क करें। मोबाइल : +919968527911, ईमेल : info@forwardmagazine.in

लेखक के बारे में

अमरेन्द्र यादव

अमरेन्द्र यादव फारवर्ड प्रेस के प्रमुख संवाददाता हैं।

संबंधित आलेख

बिहार के पसमांदा जातियों की बदहाली (तीसरा भाग, संदर्भ : अति पिछड़ा वर्ग में शामिल अरजाल मुसलमान)
आज पढ़ें, बिहार में पसमांदा समूह की अरजाल जातियों के बारे में। ये वे जातियां हैं जो कर्म के अनुसार हिंदू धर्म के समाज...
जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला कब रूकेगा?
सवाल उठता है कि क्या मदिरापान इतनी बड़ी समस्या है? और इस समस्या का निदान क्या सिर्फ़ शराबबंदी है? और जहां शराबबंदी लागू करके...
बिहार के पसमांदा जातियों की बदहाली (दूसरा भाग, संदर्भ : अति पिछड़ा वर्ग में शामिल मुसलमान)
पढ़ें, बिहार में अति पिछड़ा वर्ग में शामिल पसमांदा जातियों के बारे में। इनमें शामिल हैं मोमिन (जुलाहे), धुनिया, राईन (कुंजरा), मुस्लिम धोबी, रंगरेज...
बिहार के पसमांदा जातियों की बदहाली (पहला भाग, संदर्भ : पिछड़ा वर्ग में शामिल मुसलमान)
पढ़ें, बिहार में पिछड़ा वर्ग में शामिल पसमांदा जातियों के बारे में। इनमें शामिल हैं सुरजापुरी, मलिक, मडरिया, गद्दी और नालबंद आदि जातियां
सांप्रदायिक व जातिगत सियासत का दंश झेल रहे गोरखपुर के बुनकर
हथकरघा उद्योग इस समूचे इलाक़े के लाखों लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देता है। इसके संकटग्रस्त होने से समूचा पूर्वी उत्तर...