नई दिल्ली : भारत की पहली पूर्णत: द्विभाषी (अंग्रेजी-हिंदी) मासिक पत्रिका फॉरवर्ड प्रेस का प्रकाशन मई, 2009 में शुरू हुआ था। जून, 2016 तक इसका नियमित प्रकाशन हुआ तथा इस दौरान पत्रिका के कुल 82 अंक प्रकाशित हुए। जून, 2016 से फारवर्ड प्रेस का वेब संस्करण लांच किया गया तथा प्रिंट संस्करण का प्रकाशन स्थगित कर दिया गया।
इन आठ सालों में प्रिंट संस्करण में दलित-बहुजन साहित्य-संस्कृति -राजनीति और संघर्ष पर अनेकानेक लेख प्रकाशित हुए। भारत में जाति विमर्श के अध्येताओं, तथा शोधार्थियों के लिए यह अत्यंत बहुमूल्य सामग्री है। फारवर्ड प्रेस के अब तक प्रकाशित सभी अंकों का सेट पिछले कुछ समय से ब्रिकी के लिए ‘द मार्जनालाइज्ड प्रकाशन’, इग्नू रोड, दिल्ली के पास उपलब्ध है। देश भर से पाठकों, शोधकर्ताओं ने सेट में गहरी अभिरूचि दिखाई और अपने संग्रह के लिए इसे मंगवाया है। पहले इसकी कीमत 2000 रूपये निर्धारित की गयी थी। सेट की मांग के मद्देनजर पिछले अंकों की प्रतियां धीरे -धीरे खत्म होती जा रही हैं तथा सेट को तैयार करने के लिए अंकों की फोटोकॉपी की, व अन्य प्रकार की लागत बढ़ रही है।
इसलिए 15 अक्टूबर, 2016 से हम एफपी सेट की कीमत 2000 रुपये से बढ़ाकर 3000 रुपये करने जा रहे हैं। 15 अक्टूबर के पहले अंक के धनादेश भेज देने वालो को यह सेट 2000 रूपये में ही उपलब्ध होगा। सेट के लायब्रेरी संस्करण की कीमत पहले की तरह ही 7500 रूपये ही होगी।
एफपी सेट मंगवाने के लिए डाक/ कूरियर का पूर्ववत खर्च अलग से देय होगा।
सेट मंगवाने के लिए संपर्क करें :
मोबाइल : 9968527911
ईमेल : themarginalisedpublication@gmail.com
-व्यवस्थापक