[एक व्यक्ति की अनेक पहचानें होती हैं; जो उसके देश, राज्य, गांव, शिक्षा, पेशा, पंथ, विश्वास आदि अनेक चीजों से जुड़ी होती हैं। मसलन, किसी व्यक्ति की पहचान भारतीय या अमेरिकी के रूप में हो सकती है; बिहार या कर्नाटक के निवासी के रूप हो सकती है; मैट्रिकुलेट या ग्रेजुएट के रूप हो सकती है; हिंदू या पारसी के रूप में हो सकती है; कबीर पंथी, नास्तिक या आस्तिक के रूप में हो सकती है; इंजीनियर या बावर्ची के रूप में हो सकती है। एक भारतीय के रूप में इन्हीं में से एक पहचान जाति की भी है, जिसे मिट जाना चाहिए। लेकिन, दुर्भाग्यवश यह हमारी सबसे महत्वपूर्ण पहचान के रूप में बरकरार है। यह घाव छुपाने से नहीं मिटने वाला –प्रबंध संपादक]
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एफपी डेस्क
फारवर्ड प्रेस द्वारा 15 फरवरी, 2019 को प्रकाशित खबर ‘पुलवामा आतंकी हमला : शहादत में गैर-ब्राह्मणों के लिए सौ फीसदी आरक्षण!’ को लेकर सोशल मीडिया पर आरोपों-प्रत्यारोंपों का दौर जारी है। कई लोगों ने फारवर्ड प्रेस पर गलत सूचना देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि शहीद हुए जवानों में कई ब्राह्मण भी हैं। फारवर्ड प्रेस ने इस संबंध में पुन: पड़ताल की और पाया कि आरोप लगाने वालों के दावे में आंशिक सच्चाई है। वीरगति को प्राप्त हुए जवानों में कई नहीं, लेकिन एक ब्राह्मण अवश्य हैं। उनका नाम पंकज कुमार त्रिपाठी है। गरीब परिवार में जन्मे पंकज कुमार त्रिपाठी कांस्टेबल (53 बटालियन) के पद पर तैनात थे। हालांकि, इससे फारवर्ड प्रेस द्वारा उठाए गए मसले पर कोई गुणात्मक फर्क नहीं पड़ता। फारवर्ड प्रेस ने अपनी पिछली खबर में जो बात कही थी, उसका मुख्य आशय यह था कि देश के लिए जान देने वाले जवान गरीब व सामाजिक रूप से वंचित तबकों के हैं। पिछड़े, आदिवासी, दलित और गरीब सिख-राजपूत हैं। जबकि, बड़े पद और पुरस्कारों पर सामाजिक रूप से विशेषाधिकार प्राप्त तबकों, विशेषकर ब्राह्मणों का कब्जा है। यह मुख्य तर्क निस्संदेह अकाट्य है। फारवर्ड प्रेस की पिछली खबर के शीर्षक में ‘सौ फीसदी’ की जगह ‘अनठानवें’ फीसदी कर देने पर बात अधिक तथ्यात्मक हो जाएगी।
फारवर्ड प्रेस ने अपनी पिछली खबर में सरकारी न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के हवाले से विभिन्न समाचार माध्यमों द्वारा प्रसारित सूचनाओं पर भरोसा किया था, और इसका स्पष्ट उल्लेख भी खबर में किया था। जबकि, शहीदों की जो सूची पीटीआई ने जारी की थी, वही गलत थी। इतने संवदेनशील मसले पर सरकारी न्यूज एजेंसी द्वारा शहीदों की गलत सूची प्रसारित किया जाना आश्चर्यजनक है। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि पीटीआई ही नहीं, बल्कि कथित देशभक्ति के जुनून में विभिन्न मीडिया संस्थानों द्वारा गलत सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं। साथ ही राजनीतिक दलाें से जुड़े बड़े लोग युद्धोन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इन संगठनों द्वारा मीडिया संस्थाओं काे लगातार फर्जी तथ्य व युद्धोन्मुख बौद्धिक खुराक उपलब्ध करवाई जा रही है।
दूसरी ओर, पीटीआई ने जो सूची पहले जारी की; उसके अनुसार, 42 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। फारवर्ड प्रेस ने पिछली खबर में पीटीआई द्वारा बताई गई वही संख्या और सूची प्रकाशित की थी।
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लेकिन, जब पाठकों की ओर से फारवर्ड प्रेस में प्रकाशित सूची पर सवाल उठाए गए, तो यह जानने के लिए कि कितने जवान शहीद हुए हैं? उनके नाम क्या हैं? तथा क्या पंकज कुमार त्रिपाठी नामक जवान शहीदों में शामिल हैं? हमने सीआरपीएफ के केंद्रीय मुख्यालय में जाकर उसके जनसंपर्क पदाधिकारी गिरीश चंद्र दास से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की।

सीआरपीएफ के अधिकारी ने हमें बताया कि कुल 40 जवान शहीद हुए हैं, (उपरोक्त तस्वीरों को जूम करके देखें) इनमें पंकज कुमार त्रिपाठी भी शामिल हैं। उनका पार्थिव शरीर उनके परिजनों को भेजा जा चुका है। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने मीडिया संस्थानों (फारवर्ड प्रेस नहीं) में प्रकाशित की जा रही भ्रामक खबरों पर नाराजगी भी जताई तथा कहा कि इससे अनावश्यक भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने बताया कि मीडिया में गलत जवानों के नाम शहीद के रूप में प्रसारित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पांच जवान घायल हैं और अब वे सभी मौत के मुंह से बाहर हैं।
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उन्होंने फारवर्ड प्रेस को शहीद हुए जवानों की आधिकारिक सूची उपलब्ध करवाई, जो निम्नांकित है। सूची में 40 में 26 की सामाजिक पृष्ठभूमि (जाति) की जानकारी हमने अपनी ओर से सरनेम व स्थानीय संवाददाताओं द्वारा उपलब्ध करवाई गई जानकारी के आधार पर जोड़ी है।
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों की सीआरपीएफ केंद्रीय मुख्यालय, दिल्ली द्वारा जारी सूची व उनकी जाति
पद/नाम | बटालियन | जाति | समूह |
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1. हेड कांस्टेबल (चालक) जयमल सिंह | 76 बटालियन | सिक्ख | अल्पसंख्यक |
2. हेड कांस्टेबल नसीर अहमद | 76 बटालियन | मुसलमान | अल्पसंख्यक |
3. कांस्टेबल सुखजिंदर सिंह | 76 बटालियन | सिक्ख | अल्पसंख्यक |
4. कांस्टेबल रोहताश लांबा | 76 बटालियन | अनुसूचित जनजाति | आदिवासी |
5. कांस्टेबल तिलक राज | 76 बटालियन | - | - |
6. कांस्टेबल बीरेंद्र सिंह* | 45 बटालियन | - | - |
7. कांस्टेबल भगीरथ सिंह* | 45 बटालियन | - | - |
8. हेड कांस्टेबल अवधेश कुमार यादव | 45 बटालियन | यादव | ओबीसी |
9. कांस्टेबल नितिन सिंह राठौर | 3 बटालियन | राजपूत | सवर्ण |
10.कांस्टेबल रतन कुमार ठाकुर | 45 बटालियन | नाई | अति पिछड़ा वर्ग |
11. कांस्टेबल मनोज कुमार बेहरा | 82 बटालियन | चमार | दलित |
12.हेड कांस्टेबल संजय कुमार सिन्हा | 176 बटालियन | कुर्मी | ओबीसी |
13.हेड कांस्टेबल रामवकील | 176 बटालियन | अनुसूचित जाति | दलित |
14.कांस्टेबल शिवचंद्रन सी | 92 बटालियन | - | - |
15.कांस्टेबल सुदीप विश्वास | 98 बटालियन | अनुसूचित जाति | दलित |
16.कांस्टेबल श्याम बाबू | 115 बटालियन | - | - |
17.कांस्टेबल अजीत कुमार आजाद | 115 बटालियन | - | - |
18.हेड कांस्टेबल संजय राजपूत | 115 बटालियन | राजपूत | सवर्ण |
19.कांस्टेबल कौशल कुमार रावत | 115 बटालियन | अनुसूचित जाति | दलित |
20.कांस्टेबल जीत राम | 92 बटालियन | अनुसूचित जाति | दलित |
21.कांस्टेबल अमित कुमार | 92 बटालियन | यादव | ओबीसी |
22. कांस्टेबल विजय कुमार मौर्य | 92 बटालियन | कुशवाहा | ओबीसी |
23. कांस्टेबल कुलविंदर सिंह | 92 बटालियन | सिक्ख | अल्पसंख्यक |
24.हेड कांस्टेबल विजय शोरंग | 82 बटालियन | अनुसूचित जनजाति | आदिवासी |
25. कांस्टेबल वसंत कुमार वीवी | 82 बटालियन | - | - |
26.कांस्टेबल गुरू एच | 82 बटालियन | - | - |
27. कांस्टेबल सुब्रमणियम जी | 82 बटालियन | - | - |
28.असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मोहन लाल | 110 बटालियन | - | - |
29.हेड कांस्टेबल नारायण लाल | 118 बटालियन | - | - |
30.कांस्टेबल मनिंद्र सिंह | 75 बटालियन | सिक्ख | अल्पसंख्यक |
31.कांस्टेबल रमेश यादव | 61 बटालियन | यादव | ओबीसी |
32.हेड कांस्टेबल प्रसन्ना कुमार साहू | 61 बटालियन | वैश्य | ओबीसी |
33.हेड कांस्टेबल हेम राज मीणा | 61 बटालियन | अनुसूचित जनजाति | आदिवासी |
34.हेड कांस्टेबल बबला शांतरा | 35 बटालियन | महिश्व | ओबीसी |
35.कांस्टेबल अश्विनी कुमार कोचि | 35 बटालियन | अनुसूचित जनजाति | आदिवासी |
36.कांस्टेबल प्रदीप यादव | 21 बटालियन | यादव | ओबीसी |
37.कांस्टेबल पंकज कुमार त्रिपाठी | 53 बटालियन | ब्राह्मण | सवर्ण |
38. कांस्टेबल प्रदीप सिंह* | 115 बटालियन | - | - |
39.हेड कांस्टेबल एम बाशुमातरे | 98 बटालियन | - | - |
40.कांस्टेबल महेश कुमार | 118 बटालियन | - | - |
(कॉपी संपादन : एफपी/प्रेम बरेलवी)
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