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Javed Anis

An egalitarian Constitution wins, a divisive vice-like grip eases
Looking at the BJP’s election campaign, it was as if the party had already fulfilled its core agenda...
अति की हार, संविधान की जीत
भाजपा के चुनाव अभियान को देखकर लगा कि उसने लगभग अपने सभी कोर एजेंडे को पूरा कर दिया...
मोदी दशक में जाति का सवाल
सामाजिक न्याय एक ऐसी चेतना है, जिसे संघ परिवार के लिए मुसलमान-ईसाई का डर दिखाकर भी मिटाना आसान...
मोदी दशक में मुसलमान
भाजपा की निगाह पसमांदा मुसलमानों के वोट पर है। गौरतलब है भाजपा एक विचारधारा आधारित पार्टी है, जिसका...
मोदी दशक में ब्राह्मणवादियों के निशाने पर रहा हिंदी सिनेमा
सनद रहे कि यह केवल एक-दो या तीन फिल्मों का मसला भर नहीं है। हकीकत तो यह है...
मोदी राज में ऐसे बदला है लोकतंत्र
2014 से देश की प्रमुख लोकतांत्रिक संस्थाएं औपचारिक रूप से अपनी जगह पर बनी हुई तो हैं, लेकिन...
‘Aatmapamphlet’ serves up Dalitbahujan discourse in a refreshingly new flavour
Marathi film ‘Aatmapamphlet’ is a commentary on Indian society from the perspective of children. It would not be...
‘आत्मपॅम्फ्लेट’ : दलित-बहुजन विमर्श की एक अलहदा फिल्म
मराठी फिल्म ‘आत्मपॅम्फलेट’ उन चुनिंदा फिल्मों में से एक है, जो बच्चों के नजरिए से भारतीय समाज पर...
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