बीते 24 मार्च, 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन की घोषणा की। यह घोषणा अचानक की गई और इसे चार घंटे में ही लागू कर दिया गया। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए रोज़ कमाने-खाने वाले श्रमिक, विशेषकर वे जो अपने घरों से दूर बड़े शहरों में मेहनत-मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे थे। उनके पास दो ही विकल्प थे – या तो वे लॉकडाउन की अवधि में सरकार या परोपकारी संस्थाओं के रहमोकरम पर वहीं रहे या फिर सैकड़ों मील दूर अपने घरों के लिए पैदल कूच कर दें।