[कभी खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संजीत बर्मन, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दलित-बहुजनों से संबंधित आयोजनों के केंद्र में रहते हैं। वे आयोजन स्थलों पर दलित-बहुजनों से जुड़ी किताबें भी बेचते हैं। लेकिन इसके पहले उन्होंने शिक्षक की सरकारी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। संजीत बर्मन से नवल किशोर कुमार की खास बातचीत के संपादित अंश]