अगर भारत में बहुजनों को ज्ञान देने की किसी ने कोशिश की तो वह ग़ैर-ब्राह्मणवादी परंपरा रही है। बुद्ध मत, इस्लाम, अंग्रेजों और ईसाई मिशनरियों ने बहुजनों के लिए शिक्षा के दरवाज़े खोले। बुद्ध, कबीर,...
डॉ. बी.आर. आंबेडकर एक विरले भारतीय जैविक बुद्धिजीवी थे, जिन्होंने ब्राह्मणवादी वर्चस्व को व्यवस्थित और संरचनात्मक रूप से चुनौती दी। उन्होंने हाशिए के लोगों से बहुत ही कठिनाई से परिवर्तित होने वाले शक्ति-संबंधों को तोड़ने...
बस्ती की एक झोपड़ी में अनिता रहती हैं। वह आदिवासी समुदाय की हैं। उन्हें कई दिनों से बुखार है। वह कहतीं हैं कि “मेरी झोपड़ी की दीवारें कच्ची हैं। ये दरक रही हैं। झोपड़ी पर...
गत 18 जून, 2024 को तमिलनाडु सरकार द्वारा गठित जस्टिस चंद्रू समिति ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को सौंप दी। इस समिति ने स्कूलों में जाति के उन्मूलन के लिए अपनी अनुशंसाएं प्रस्तावित किए...