जगदेव प्रसाद की नजर में दलित पैंथर की वैचारिक समझ में आंबेडकर और मार्क्स दोनों थे। यह भी नया प्रयोग था। दलित पैंथर ने जाति से आगे बढ़कर, सामाजिक रूप से उत्पीड़ित और आर्थिक शोषण...
‘ऊंची जाति के साम्राज्यवादियों से मुक्ति दिलाने के लिए मद्रास में डीएमके, बिहार में शोषित दल और उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शोषित संघ बना है। इसलिए हम लोग इन ऊंची जाति के ब्राह्मणवादियों को चेतावनी...
बाबा साहब की किताब ‘सम्मान के लिए धर्म परिवर्तन करें’ और ‘जाति का विनाश’ को जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब्त कर लिया तब ललई सिंह यादव रामस्वरूप वर्मा जी के पास आए। वे बहुत...
17 फरवरी, 1988 को ठाकुर जी का जब निधन हुआ तब उनके समान प्रतिष्ठा और समाज पर पकड़ रखनेवाला तथा सामाजिक न्याय की राजनीति करने वाला कोई नेता नहीं था। वे वीपी सिंह को प्रधानमंत्री...