आदिवासियों के अधिकारों से सरोकार रखने वाले दो सौ से अधिक नेताओं, शिक्षाशास्त्रियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनांदोलनों के प्रतिनिधियों और विद्यार्थी संगठनों आदि ने भुवनेश्वर, ओडिशा स्थित कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज (केआईएसएस) को वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ़ एंथ्रोपोलॉजी (डब्ल्यूसीए) 2023 की मेजबानी सौंपे जाने का विरोध करते हुए एक याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं। इस याचिका को इंटरनेशनल यूनियन ऑफ़ एंथ्रोपोलॉजिकल एंड एथनोलॉजिकल साइंसेज (आईयूएईएस) के अध्यक्ष जुंजी कोइज़ुमी और उत्कल व संबलपुर विश्वविद्यालयों के कुलपतियों क्रमशः सौमेंद्र मोहन पटनायक और दीपक कुमार बेहरा को भेजा गया है। हस्ताक्षरकर्ताओं ने केआईएसएस पर गंभीर आरोप लगते हुए इन तीनों संस्था प्रमुखों से अपील की है कि वे इस संस्थान से कोई लेना-देना न रखें।