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उत्तर प्रदेश : नंगा कर देह पर पेशाब किए जाने की घटना से आहत किशोर ने की खुदकुशी, परिजनों ने जतायी हत्या की आशंका

बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने के एक गांव में दलित किशोर को पहले नंगा कर मारा-पीटा गया। फिर उसका वीडियो बनाकर अपलोड करने की धमकी दी गई। प्रताड़ना के शिकार किशोर ने खुदकुशी कर ली। हालांकि परिजन इसे हत्या बता रहे हैं। पढ़ें, यह खबर

पिछले साल मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक घटना घटित हुई थी। एक आदिवासी युवक के मुंह पर सवर्ण समाज के एक व्यक्ति ने पेशाब किया था। इसी वर्ष जुलाई में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक दलित किशोरी के साथ छेड़छाड़ और मारपीट के बाद मौत की शिकार हुई थी। यह मामला भी एक दलित परिवार के उत्पीड़न का था और उत्पीड़क भी दलित समुदाय के ही थे।

एक बार फिर उत्तर प्रदेश में एक पंद्रह वर्षीय किशोर के साथ ऐसी घटित हुई है, जिसमें आहत किशोर ने कल 23 दिसंबर, 2024 को खुदकुशी कर ली। दोनों घटनाओं में अंतर यह है कि सभी आरोपित दलित समुदाय के ही हैं। इस घटना में भी आरोपियों ने पहले वीडियो बनाया और मृतक के ऊपर किसी के सामने मुंह नहीं खोलने का दबाव बनाया। इस मामले में पुलिस ने खबर लिखे जाने तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि तीन आरोपियों में दो आरोपी बालिग हैं।

घटना उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने की है। पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक मृतक आदित्य (उम्र 15 वर्ष, पिता महेंद्र कुमार) मूल रूप से संत कबीर नगर जिले के बेलहरकला थाना के निघूरी गांव का रहनेवाला था। उसके पिता महेंद्र कुमार इंदौर में मजदूरी का काम करते हैं। मृतक आदित्य बस्ती जिला के कप्तानगंज थाना के कोइलपुरा गांव में अपने मामा के यहां रहकर पढ़ाई करता था। वह दसवीं कक्षा का छात्र था।

मृतक आदित्य की तस्वीर

परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार बीते 20-21 दिसंबर की रात विनय कुमार (पुत्र रविंदर) ने मोबाइल फोन से मृतक आदित्य को बर्थ डे के बहाने अपने घर पर बुलाया, जहां पहले से ही काजू प्रसाद व सोनल मौजूद थे। आरोप लगाया गया है कि तीनों ने मिलकर मृतक को मारा-पीटा और उसे नंगा कर दिया। इसके बाद आरोपियों ने उसके शरीर पर पेशाब किया। आरोपियों पर यह आरोप भी लगाया गया है कि उन्होंने अपनी क्रूरता का वीडियो भी बनाया तथा मृतक को यह धमकी दी कि यदि उसने अपना मुंह खोला तो वीडियो को इंटरनेट पर अपलोड कर दिया जाएगा।

मृतक के मामा अभय कुमार के मुताबिक सभी आरोपित दलित समुदाय के ही हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि 20-21 दिसंबर की रात वाली घटना के बाद जब आदित्य लौटा तो वह बहुत डरा हुआ था। उसने अपने साथ घटित घटना के बारे में बताया, जिसके कारण पूरा परिवार दहशतजदा हो गया। इसी दहशत के कारण उन्होंने उस घटना की प्राथमिकी स्थानीय पुलिस में दर्ज नहीं कराई। लेकिन इसके बाद भी आरोपी आदित्य को जान से मारने की धमकी देते थे।

अभय ने फोन पर जानकारी दी है कि विवाद की जड़ में आरोपी काजू प्रसाद द्वारा गांव की एक लड़की के साथ छेड़खानी की घटना है, जिसका विरोध आदित्य ने किया था। अभय ने यह भी बताया कि उनके भांजे की हत्या की गई है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि जब वे अपने घर पहुंचे तो उन्होंने अपने घर का दरवाजा बाहर से बंद पाया और अंदर मृतक आदित्य का शव पड़ा था। वह सवाल उठाते हैं कि यदि मृतक आदित्य ने खुदकुशी की होती तो घर का दरवाजा अंदर से बंद रहता है।

बहरहाल, इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस ने अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कप्तानगंज थाना प्रभारी ने फोन पर जानकारी दी है कि तीसरे आरोपी की खोज-बीन जारी है। हालांकि उन्होंने मृतक की हत्या होने की घटना से इंकार किया है।

(संपादन : राजन/नवल/अनिल)


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