जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में अब छात्रसंघ से जुड़ने की फीस लगेगी। यह बात जेएनयू में प्रवेश के नए फार्म के सामने आने के बाद आई है। नए फॉर्म के मुताबिक, छात्रसंघ से जुड़ने के लिए 15 रुपए अतिरिक्त देने होंगे। हालांकि, दाखिला लेने वाले छात्र को फॉर्म में ही इस बात की जानकारी देनी होगी कि वह छात्रसंघ से जुड़ना चाहेगा या नहीं। इस तरह एमए के लिए फॉर्म 175 रुपए और एमफिल का फॉर्म 187 रुपए में मिलेगा। इस नए फॉर्म के आने के बाद छात्रसंघ ने इसका विरोध किया है।
छात्रसंघ इसे छात्रों की यूनियन को खत्म करने वाला कदम बता रहा है। इससे पहले जेएनयू में एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिए गए अन्य कई फैसलों पर जेएनयू के शिक्षक संघ ने आपत्ति जताई है, जिसमें छात्रों की उपस्थिति अनिवार्यता के साथ शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्यता के फैसले पर शिक्षक संघ ने सुझाव दिया है कि प्रशासन इन फैसलों को लागू करने से बचे। यदि इन फैसलों को लागू किया जाता है, तो इससे जेएनयू को नुकसान पहुंचेगा। यह फैसले विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को खराब करेंगे। बता दें कि एकेडमिक काउंसिल में लिए गए फैसले के तहत शिक्षकों को अब दिन में कम से कम एक बार अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
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प्रेम बरेलवी जी को या तो तथ्यात्मक जानकारी नहीं है या उन्हें गलत जानकारी दी गई है.
छात्र संघ के लिए शुल्क पहले से ही है. मैंने 2014 में नामांकन लिया था, और शुल्क दिया था. यह शुल्क हर साल मैंने दिया है.
खुद को विक्टिम दिखाने की राजनीति ने भारत को पहले ही बहुत बर्बाद किया है और अब यह JNU भी पहुँच गया है.