मध्यप्रदेश विधानसभा को त्रिकोणीय बनाने वाला जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन 2 अक्टूबर, 2018 को उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगा। जयस द्वारा 2 अक्टूबर को धार जिले के कुक्षी तहसील में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है। किसान महापंचायत में उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी।
जयस संरक्षक हीरालाल अलावा ने बताया कि किसान महापंचायत के माध्यम से हम ‘अबकी बार आदिवासी सरकार’ बनाने के लिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे, जिसे आदिवासियों के अलावा ओबीसी, दलित, मुस्लिम और सवर्ण लोगों द्वारा भी काफी समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि जयस सच्चा राष्ट्रवादी संगठन है जो धर्म, समुदाय की भावना से उपर उठकर काम करता है, खासकर समाज के आखिरी पंक्ति में खड़े आदिवासी, दलित, पिछड़े, मजदूर, किसान, गरीब– सभी की लड़ाई लड़ता है। जयस सिर्फ आदिवासियों की ही नहीं, बल्कि ओबीसी, दलित, मुस्लिम और गरीब सवर्णों के आवाज को भी बुलंद करता है, इसीलिए इन वर्गों का खुला समर्थन हमें मिल रहा है। गांधीजी ने गांव-गणतंत्र बनाने की बात कही थी, इसीलिए गांधी जयंती के दिन ही हमलोग यह कार्यक्रम रखे हैं जिसका उद्देश्य गांव में बसने वाली देश की 75 प्रतिशत आबादी का विकास करना है, स्मार्ट गांव बनाना है।
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डॉ. अलावा ने कहा कि बहुत से लोग आरोप लगाते हैं कि जयस एक जातिवादी संगठन है, लेकिन यह आरोप बेबुनियाद है। जयस सभी को साथ लेकर चलता है और हमारे मंच पर सभी समाज के लोग रहेंगे, यह आपको देखने को मिलेगा। 2 अक्टूबर को हम अपने एजेंडे की घोषणा करेंगे, उसमें भी सभी वर्ग के हित की बात है। 26 सितंबर, 2018 के सुप्रीम कोर्ट के फैसला एससी-एसटी के प्रमोशन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि आदिवासी सरकार बनने पर एससी-एसटी कर्मचारियों के लिए नयी नियमावली जारी की जाएगी, तभी मध्यप्रदेश के एससी-एसटी कर्मचारियों को फायदा मिल सकेगा। साथ ही उन्होंने गरीब सवर्णों को शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण देने की वकालत भी की।
आदिवासी समुदाय के दबदबे वाली 80 सीटों पर दम-खम आजमाने की तैयारी कर रहा जयस कुछ अनारक्षित (सामान्य) विधानसभा सीटों पर गैर-आदिवासियों को समर्थन देने पर विचार कर रहा है, जो खासकर आदिवासियों और गांवों से जुड़े विषयों पर जमीनी स्तर पर काम करते हों। साथ ही जयस ने कांग्रेस से किसी भी प्रकार की नजदीकियों की खबरों को खारिज किया। जयस राजनीतिक दल के रूप में चुनाव आयोग में अभी पंजीकृत नहीं है लेकिन 80 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार उतारकर इन्हें समर्थन देने की योजना है।
2 अक्टूबर के किसान महापंचायत में फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर के आने की भी संभावना है, साथ ही झारखण्ड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और तेलंगाना राज्य से भी बड़ी संख्या में जयस कार्यकर्ता शामिल होंगे।
(कॉपी-संपादन : प्र.रं.)
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