मंडल विवाद के उदय के भी पहले जब लोकसभा व उसके बाहर मंडल आयोग की रपट पर बहस जोर पकड़ रही थी, कांशीराम ने ओबीसी के हकों पर जोर दिया। यह हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सन 1987 में दिए गए उनके एक भाषण से स्पष्ट है-बहुजन समाज के दूसरे तबके, अनुसूचित जातियों के अतिरिक्त जिन्हें हम ओबीसी या अन्य पिछड़ा वर्ग कहते हैं, को भी इस पार्टी, बसपा की सख्त जरूरत है। स्वतंत्रता के उनचालीस साल बाद भी ये लोग न तो संगठित हैं और ना ही कोई अधिकार पा सके हैं