उत्तर प्रदेश के गोरखपुर विश्वविद्यालय में शिक्षकों की नियुक्तियों का मामला अभी तक गरमाया हुआ है। शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितता पर सवाल उठाने वाले ओबीसी वर्ग के शिक्षकों पर ही कार्रवाई हो रही है। इसे लेकर एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रशासन व ओबीसी शिक्षकों के बीच तनातनी की स्थिति बन गयी है।
ताजा मामला विश्वविद्यालय के कार्य परिषद सदस्य प्रोफेसर अजेय कुमार गुप्ता का है। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से इन्हें कारण बताओ नोटिस भेजकर इनसे सवाल किया गया है कि छुट्टी लिए बिना वह कैसे विश्वविद्यालय व शहर से बाहर रहे, विश्वविद्यालय के पिछड़ा वर्ग कल्याण परिषद की मानें तो प्रो. गुप्ता यूजीसी की नैक कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए वह शहर से बाहर गए थे और छुट्टी के लिए लिखित आवेदन देकर गए थे। इसलिए आवेदन नहीं देने की बात कहां से उठती है।
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