एफपी टीम : भारत भ्रमण के दौरान महाराष्ट्र पहुंचने पर हमने पाया है कि यहां देव पूजा का काफी महत्व है। साथ ही बौद्ध धर्म का प्रभाव भी दिखता है। आप क्या कहेंगे?
भारत पाटणकर : देखिए, महाराष्ट्र के सभी लोकाचार (मान्यताओं) में हमारे कुल दैवत (कुल देवता) और ग्राम दैवत (ग्राम देवता) मिलेंगे। ये हमारे पुरखे हैं, भगवान नहीं हैं। हमारे देव उनके ब्रह्मा-विष्णु-महेश जैसे नहीं हैं, जो स्वर्ग में रहते हैं। आसमानी देवताओं का सारा खेल तो हाल-फिलहाल का है। अभी हाल के वर्षों में कुछ धारावाहिक बनाने वालों ने इनकी स्टोरी बदलकर, उन्हें स्वर्ग-नरक से जोड़ दिया।
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